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उर्वशी / रामधारी सिंह "दिनकर"
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पात्र परिचय
पुरुष--
सारी देह समेत निबिड़ आलिंगन में भरने को
गगन खोल कर बांह विसुध वसुधा पर झुका हुआ है
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Alka sarwat mishra
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