:: मेरे विचार में लोगो को वृत्ताकार होना चाहिये, उसमें "कविता कोश" लिखा जाना चाहिये। बरगद का एक वृक्ष या पंख वाली एक कलम भी डिजाइन का हिस्सा हो सकती है। लोगो का background रंग सफ़ेद होना चाहिये। '''--[[सदस्य:Lalit Kumar|Lalit Kumar]] १३:२४, २८ अप्रैल २००७ (UTC)'''
***************************************
प्रिय ललित जी,
मैं हेमेन्द्र जी की बात से शत-प्रतिशत सहमत हूं कि त्रिलोचन जी का नाम "काव्य-कोश" में केवल "त्रिलोचन" लिखा जाना चाहिये क्योंकि उन्होंने कभी अपने नाम के साथ "शास्त्री" नहीं लगाया । यह एक उपाधि है । त्रिलोचन जी ने हमेशा "त्रिलोचन" के ही नाम से कविता लिखी है।
[[सदस्य : Anil janvijay | Anil janvijay]]