गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
वैदिक संध्या / मृदुल कीर्ति
259 bytes added
,
23:21, 14 जून 2010
<span class="upnishad_mantra">
समर्पण ________________________________
हे ईश्वर दयानिधे ! भवत्कृपयानेन जपोपासनादिकर्मणा
धर्मार्थकाममोक्षाणां सद्यः सिद्धिर्भवेन्नः॥
</span>
<span class="mantra_translation">
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
,
प्रबंधक
6,240
edits