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ये आलम शौक़ का देखा न जाये / फ़राज़
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19:47, 17 जून 2010
ये किन नज़रों से तुम ने आज देखा
के तेरा देखना
देख ना
देखा न
जाये
हमेशा के लिये मुझ से बिछड़ जा
Thevoyager
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