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चौपाल
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05:34, 19 दिसम्बर 2007
::जरुर। मैने भी यही सोचा था। आरती और भजन तो सिर्फ शुरुआत थी। आप काम शुरु कर सकती है। - प्रतिष्ठा
==यही त्रिलोचन है...==
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चीर भरा पाजामा, लट लट कर गलने से<br>
छेदोंवाला कुर्त्ता, रूखे बाल, उपेक्षित<br>
अनिल जनविजय
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