[[नहीं वाद कोई यहां निर्विवादित / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[हसीन ख़ुद को शाम से जवां सहर से देखिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[देख अपनी बदनसीबी दिल यूं धड़कता यारोकई लोग ऐसे मिलें इस जहां में / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[ले हाथों में अपने जो हल लिख रहा है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[ख़फ़ा जिनसे अक्सर चमनज़ार होंगे / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]