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देह के मस्तूल / चंद्रसेन विराट
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02:02, 27 जून 2010
अंजुरी-जल में प्रणय की
:::अर्चना के फूल डूबे ।
::ये अमलतासी अँधेरे,
::और कचनारी उजेरे,
अनिल जनविजय
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