गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तेरे बगैर लगता है, अच्छा मुझे जहाँ नहीं / श्रद्धा जैन
8 bytes removed
,
05:48, 29 जून 2010
{{KKCatGhazal}}
<poem>
तेरे बगैर
लगती
लगता
है,
अच्छी
अच्छा
मुझे
फ़िज़ाँ
जहाँ
नहीं
सरसर<ref>रेगिस्तान की गर्म हवा</ref> लगे सबा<ref>ठंडी हवा</ref> मुझे, गर पास तू ए जाँ नहीं
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits