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जी ही लेती है/ चंद्र रेखा ढडवाल
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02:37, 17 जुलाई 2010
लुका-छिपी करती
सब कुछ को बस
छू कर निकल जाती
पानी पर बनी लकीरें मिटाती
औरत भी
द्विजेन्द्र द्विज
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