रचनाकार: [[नागार्जुन]]{{KKGlobal}}[[Category:कवितायें]]{{KKRachna[[Category:|रचनाकार=नागार्जुन]]}}~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~{{KKCatKavita}}<poem>क्या नहीं है<br>इन घुच्ची आँखों में<br>इन शातिर निगाहों में<br>मुझे तो बहुत कुछ<br>प्रतिफलित लग रहा है!<br>नफरत की धधकती भट्टियाँ...<br>प्यार का अनूठा रसायन...<br>अपूर्व विक्षोभ...<br>जिज्ञासा की बाल-सुलभ ताजगी...<br>ठगे जाने की प्रायोगिक सिधाई...<br>प्रवंचितों के प्रति अथाह ममता...<br>क्या नहीं झलक रही<br>इन घुच्ची आँखों से?<br>हाय, हमें कोई बतलाए तो!<br>क्या नहीं है<br>इन घुच्ची आँखों में!<br><br/poem>