नया पृष्ठ: न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता,<br /> डुबोया मुझको होने …
न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता,<br />
डुबोया मुझको होने ने न मैं होता तो क्या होता !<br />
हुई मुद्दत कि 'ग़ालिब' मर गया पर याद आता है,<br />
वह हर एक बात पर कहना कि यों होता तो क्या होता ।<br />