Changes

सन्नद्ध / रमेश कौशिक

510 bytes added, 10:31, 8 अगस्त 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश कौशिक |संग्रह=चाहते तो... / रमेश कौशिक }} <poem> मै…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=चाहते तो... / रमेश कौशिक
}}
<poem>
मैं थक चुका हूँ
रोज़-रोज़
सुनते-सुनते
तुम्हारी दण्ड-संहिता

लग भी जाने दो अब
इस जंगल में पलीता

देखता हूँ
इसके बाद मरता हूँ
या
जीता
</poem>
171
edits