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एक लहर फैली अनन्त की / त्रिलोचन
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|रचनाकार=त्रिलोचन
|संग्रह=ताप के ताये हुए दिन / त्रिलोचन
}}
सीधी है भाषा बसन्त की
एक लहर फैली अनन्त की ।
''('ताप के ताये हुए दिन' नामक संग्रह से)''
Pratishtha
KKSahayogi,
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