ग़रीबी और अमीरी बाद में ज़िंदा नहीं रहती
मगर जो कह दिया एक-एक जुमला<ref>वाक्य</ref> ज़िंदा रहता है
निवालों के लिए हर्गिज़ <ref>कभी भीनहीं </ref> न मैं ईमान बेचूंगा
सुना हे मॆं ने पत्थर मे भी कीडा ज़िन्दा रहता है
न हो तुझ को यकीं तारीख़एदुनिया<ref>दुनिया का इतिहास</ref> पढ़ अरे ज़ालिम