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और एक इम्तिहान बाकी है / संकल्प शर्मा
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21:17, 29 अगस्त 2010
ज़ख्म तो कब के भर गये संकल्प,
ज़ख्म
ज़ख्मों
की दास्तान बाक़ी है।
</poem>
Aadil rasheed
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