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कोई दीवाना कहता है (कविता) / कुमार विश्वास
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21:03, 3 सितम्बर 2010
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!
मोहब्बत एक
एहसासों
अहसासों
की पावन सी कहानी है !कभी
कबीरा
कबिरा
दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!
यहाँ सब लोग कहते हैं, मेरी आंखों में आँसू हैं !
जो तू समझे तो मोती है, जो ना समझे तो पानी है !!
Shuklaalok7
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