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|रचनाकार=नईम {{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=नईम |संग्रह=
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{{KKCatNavgeet}}KKPustak<poem>|चित्र=|नाम=पहला दिन मेरे आषाढ़ का <br>सूखे का हुआ कभी|रचनाकार=[[नईम]]कभी हुआ बाढ़ का|प्रकाशक=आलेख प्रकाशन, वी-8, नवीन शाहदरा, दिल्ली-110032|वर्ष=2004|भाषा=हिन्दी|विषय=नवगीत|शैली=--|पृष्ठ=192|ISBN=81-8187-085-9|विविध=--}} * [[नन्हा मुन्ना बसंत]]* [[जीवन भर]]* [[सगुनपाखी जा बसे]]* [[ठीक सत्र से पहले]]* [[पुरवाई के ताने]]* [[धूप तापते आँगन]]* [[स्वपन टूटते रहे]]* [[मछली-मछली पानी दे]]* [[आसों के सूरज हों]]* [[बहस रहे हैं]]* [[दिन ये ज़ोर-ज़बरदस्ती के]]* [[तुमने वस्त्र भिगोए]]* [[रात खाई में पड़ी है]]* [[दूर से आते ठहाके]]* [[आओ हम पतवार]]* [[आकाशे मँडराते]]* [[सुबह-शाम हम]]* [[चौके की बोली से हटकर]]* [[प्रिया हो गई खाँटी गृहणी]]* [[ससुरे सुनें, सुनें जामाता]]* [[अंतरंग से ख़ारिज]]* [[गाली से क्या कम है]]* [[टेसू आज प्रसंग हुए हैं]]* [[जिह्वा पर सरस्वती]]* [[ढेर सारे प्रश्न पूछे आपने]]* [[आप मेरी पूछते क्यों]]* [[सेमलों-से भाई ओ]]* [[लिखना तो चाहा था]]* [[कहाँ हैं वे पाँव]]* [[नागर दिन हो न सके]]* [[दुर्योधन : सुयोधन उवाच]]* [[ग़लत हाथ के हथियारों ने]]* [[अक्षर-अक्षर बाँचूँ]]* [[दीवारों पर खूँटी]]* [[लिखकर रख छोड़े हैं]]* [[बिरहा सुबुक-सुबुक रोए है]]* [[शाम वाली डाक से ख़त]]* [[अब नहीं लगती निबौली]]* [[कोशिशें हुई जातीं रेत]]* [[एक नदी]]* [[धुँधले प्रतिबिंब]]* [[काँव-काँव करती]]* [[एक पथ पर जो मिला]]* [[एक भाव, सही दाम]]* [[प्यार के प्रतीक बंधु]] * [[पहला दिन मेरे आषाढ़ का<br>(नवगीत)]]नीले आकाश धूल* [[फूले-धुएँ भरेफले दिन]]* [[जाने कब बौराए आम]]* [[याद तुम्हारी आती]]* [[आज के बाद]]* [[आदमी क्यों आज]]* [[आज अपने आपसे]]* [[चाँद बेतुका-सा लगता]]* [[कल तक जो फूली थी]]* [[किसे आज दोषी ठहराएँ]]* [[ये हैं नखलिस्तानी]]* [[आज बहुत महँगा है मरना]]* [[चूँ-चुनाँचे...अगर-मगर..]]* [[हिलीं मसीतें,मंदिर हिलते]]दिरकी छाती* [[अपनों से, रोए घाव हरे;अपने ही बरबस]] टूटे * [[जबसे होश संभाले हमने]]* [[लटके हुए अधर में जब दिन]]* [[सुबह गए थे]]* [[कतई ज़रूरी नहीं]]* [[किसे... फेर दिनों का]]* [[लाजिमी तो नहीं था]]* [[अच्छी तरह याद है मुझको]]* [[भीड़-भाड़ में]]* [[कल तक जो सूखी थी]]* [[हाँ, बबूल में]]* [[किसे शिकायत नहीं]]* [[मौसम से ज़्यादा बेमौसम]]* [[आठों पहर, महीनों, बरसों]]* [[नोटिस या लगे रहेवारंट न आया]] कहकर भी * [[मन ये हुमक रहा गाने को]]* [[मेरे ख़त बस ख़त होते हैं]]* [[रूपमती सी रेवा]]* [[बाजबहादुर-रूपमती]]* [[हो न सका जो]]* [[लगने जैसा लिखा नहीं कहेकुछ]]* [[चौपाटी, चौराहों पर]]* [[चलो कहीं सतपुड़ा]]* [[शील सतपुड़ा-से]]* [[हुआ करे है]]* [[भूल-चूक की मुआफ़ी चाहूँ]]* [[कंधों पर सिर लिए हुए हम]]* [[वो ओढ़े बगुलों सी उजली]] पीला पत्ता * [[सुर्ख़ गुलाबों जैसे झाड़ का<br>]]बूँदाबाँदी का क्षण उमस भरा* [[मुद्दत हुई,न किया-धरा कुछ]]* [[ऋतुओं के अनुक्रम ही सारे]]* [[हार की ग़ज़लें बहुत परवाज़]]* [[रंजोग़म के साथ चिंताएँ सहेजे]]* [[टुकड़े-टुकड़े आसमान]]* [[पूछ रहे हो क्यों ग़ैरों से]]* [[बिना बात के यूँ ही]]* [[रह गए परदेश में]]* [[कहने की बातें ही बातें]]* [[भरे पेट को पानी]]* [[लौट आ ओ मूर्खता]]* [[दिख रहे हैं लोग यूँ]]* [[रक्त सनी हों सुबहें जिनकी]]* [[कुछ न कुछ तो करना होगा]]* [[अगर चितरते रहे चाव से]]* [[मार रही हैं लोकवेद को]]* [[किसको कहाँ बताने जाएँ]]* [[ऐसी क्या मजबूरी]]सूनी माँगें* [[जीवित के तो न्याय, विधवा वसुंधरा;धरम]] एकाकी भरमाता* [[अधबने,आधे-अधूरे]] छाया से कतराता* [[लुट गई इज़्ज़त]]* [[भैंस मरे पर घर भर रोए]]* [[ताज़िरात की धाराओं में]]* [[चिट्ठी-पत्री, ख़तो-किताबत]] मरुथल * [[ये सुनने के लिए अप्रस्तुत]]* [[वेदवाक्य होना था]]* [[आज महाजन के पिंजरे में गाछ एक ताड़ का;<br>]]पाटों का पता नहीं डूब * [[कैसे-कैसे मौसम आए]]* [[पाँव पूजते थे कल तक जो]]* [[रेशम की साड़ी]]* [[किनके हाथों में डफली दूँ]]* [[बार-बार लिख-लिखकर काटे]]* [[आवत-जात पनहियाँ टूटी]]* [[नानक की पत्तल]]* [[कैसे ये सोने]]* [[न जाने वतन आज क्यों]]* [[जिनकी अपनी पूँजी न कोई]]* [[सुनो हो भितरिया जी]]* [[चलो चलें दो-चार क़दम]]* [[हाथ मार ले गए,बहुत-कुछ]]घाटों का पता * [[ढो रहे हम]]* [[आप आए तो आइए भीतर]]* [[कोरे शबद उचारे संतो]]* [[किस कदर खलने लगे हैं]]* [[दूसरों पर हँस लिए]]* [[रखे हुए माथे पर महादेश]]* [[अब तक नहीं ऊब लगाए हमने]]* [[अंतस को आँटे बिना]]* [[आइए पढ़ आएँ चलकर]]* [[रात की शक्ले]]* [[जन्म पर आयोग]]* [[बाजबहादुर सधे नहीं गर]]* [[पार गए,तो पौबारह हैं]]क्या * [[ऐसे साँचे रहे नहीं अब]]* [[ऐसा भी कोई दिन होगा तन का,]] इस मटमैले मन का* [[मिला नहीं अवकाश]]* [[भौंक-भौंक कर चुप हो जाते]] क्या होगा विष दुखती दाढ़ * [[एक शाम ऐसी भी कोई]]* [[सही नाम लेने में]]* [[नमन जुहारों]]* [[मेरा पता छोड़कर]]* [[विरल होते जा रहे]]* [[ज़रा-ज़रा सी बातों को ले]]* [[इन अँधेरे-उजालों के बीच]]* [[चलो चलें उस पार कबीरा]]* [[चला रहे तीरों काएवज़]] पहला * [[दिन मेरे आषाढ़ अहीर भैरव गाए है]]* [[अलिफ़ सुलगते हुए दिनों के]]* [[उलझे हुए हिसाब मिले दिन]]* [[आठ पहर का?दाझणा]]* [[कोस-कोस पर रोटी-पानी]]* [[कहीं अशोक, कदंब कहीं पर]]* [[धौरी आसों हुई न गाभिन]]* [[काशी साधे नहीं सध रही]]* [[जीवन को जीने की ज़िद में]]* [[आप अधूरों की कहते]]* [[क्या कहेंगे लोग]]* [[कल तक थे जो भरे-भरे]]* [[पानी बाबा आया]]* [[पानी दे]]* [[असुरों से तो जीत गए रण]]* [[रात महुए सी]]* [[लिखना तो चाहे थे टेसूवन]]* [[भाषा के घिसे-पिटे]]* [[भीतर से बाहर ही चलो]]* [[एक भूली बात-सी]]* [[ठेठ सूनापन बकुल सा]]* [[आर-पार भीतर बाहर से]]* [[एक छाप चेहरे पर अंकित]]* [[आसमान में चीलें उड़तीं]]* [[रह गई माँ क्षीण क्षिप्रा-सी]]* [[दामन को मल-मलकर धोया]]