Changes

बोध / मंजुला सक्सेना

386 bytes added, 11:43, 7 सितम्बर 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मंजुला सक्सेना |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> ज्यूँ कीचड म…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मंजुला सक्सेना
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
ज्यूँ कीचड में ही पावन पंकज है खिलता
बीज बोध का दुःख में,सुख में केवल पलता .

'''लेखन काल: २५-२-०९'''
</poem>