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11:11, 8 सितम्बर 2010 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद
|संग्रह=कोई ऐसा शब्द दो / गोबिन्द प्रसाद
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<poem>
मेरी लड़ाई
चेहरों से
नहीं
मेरी लड़ाई
सत्ता की उस सत्ता से है
जिस में आदमी का कोई चेहरा नहीं है!
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