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11:37, 8 सितम्बर 2010 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=गोबिन्द प्रसाद
|संग्रह=कोई ऐसा शब्द दो / गोबिन्द प्रसाद
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<poem>
मैंने कहा : बैठ जाओ
इस पत्थर पर
वह बैठ गयी,चुपचाप
उसने कहा : तुम यहाँ बैठो
मेरे ध्यान की छाया में
घास पर
-मैं खड़ा रहा देर तक
चुपचाप
<poem>