* [[फुंकरण कर, रे समय के साँप / माखनलाल चतुर्वेदी]]
* [[संध्या के बस दो बोल सुहाने लगते हैं / माखनलाल चतुर्वेदी]]
* [[किरनों जाड़े की शाला बन्द हो गई चुप-चुप साँझ / माखनलाल चतुर्वेदी]]
* [[समय के समर्थ अश्व / माखनलाल चतुर्वेदी]]
* [[मधुर! बादल, और बादल, और बादल / माखनलाल चतुर्वेदी]]