गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अहमद फ़राज़
106 bytes added
,
14:14, 18 सितम्बर 2010
* [[मैं मर मिटा तो वो समझा ये इंत्तेहा थी मेरी / फ़राज़]]
* [[कभी मोम बनके पिघल गया कभी गिरते गिरते सम्भल गया / फ़राज़]]
* [[चलो इश्क़ नहीं चाहने की आदत है / फ़राज़]]
</sort>
Bohra.sankalp
139
edits