--[[सदस्य:सम्यक|सम्यक]] ०८:०१, ३ मई २००९ (UTC)
संकल्प
आपने फ़राज़ साहब की जो यह ग़ज़ल क़विता कोश में डा
ली है इसमें कुछ ग़लतियाँ साफ नज़र आ रही हैं , जिससे कारण क. को. की गुनवता पर प्रश्न-चिन्ह लगता है,
ज़ाहिर है कि फराज़ साहब ने वो गलतियाँ नहीं की होंगी
। मुझे इस ग़ज़ल के सोर्स के बारे में बताएँ ताकि वे ग़लतियाँ सुधारी जा सकें।
शुभाकांक्षी
--[[सदस्य:द्विजेन्द्र द्विज|द्विजेन्द्र द्विज]]19 सितम्बर 2010