|रचनाकार=दाग़ देहलवी
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दिल को क्या हो गया ख़ुदा जाने
क्यों है ऐसा उदास क्या जाने
कह दिया मैं ने हाल-ए-दिल अपनाइस को क्या हो गया तुम जानो या ख़ुदा जाने<br>क्यों है ऐसा उदास क्या जाने<br><br>
कह दिया मैं ने हाल-ए-दिल अपना<br>जानते जानते ही जानेगाइस को तुम जानो या ख़ुदा मुझ में क्या है वो अभी क्या जाने<br><br>
जानते जानते ही जानेगा<br>मुझ में क्या है वो अभी क्या जाने<br><br> तुम न पाओगे सादा दिल मुझसा<br>जो तग़ाफ़ुल को भी हया जाने<br><br/poem>