Changes

राम जाने / लीलाधर मंडलोई

412 bytes added, 09:06, 29 सितम्बर 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लीलाधर मंडलोई |संग्रह=लिखे में दुक्‍ख / लीलाधर म…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=लीलाधर मंडलोई
|संग्रह=लिखे में दुक्‍ख / लीलाधर मंडलोई
}}
<poem>

आप भीतर से हिले हुए हैं
ओठ आपके सिले हुए हैं

राम जाने आप
अपराधियों से मिले हुए हैं
778
edits