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07:21, 11 अक्टूबर 2010 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार = आलोक धन्वा
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<poem>
जहाँ नदियाँ समुद्र से मिलती हैं
वहाँ मेरा क्या है
मैं नहीं जानता
लेकिन एक दिन जाना है उधर
उस ओर किसी को जाते हुए देखते
कैसी हसरत भड़कती है !
(1996)