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बैसाखी पर चलते लोग/ उदयप्रताप सिंह
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16:57, 17 अक्टूबर 2010
सच कहता हूँ मित्र हिमालय, जग में नहीं पिघलते लोग ।
आलीशान
इबदातखाने
इबादतख़ाने
लेकिन इनमें आए कौन
दहशत के मौसम में अपने घर से नहीं निकलते लोग ।
अनिल जनविजय
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