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खड़ी बोली लोकगीत
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* [[अरे बरसन लागे बुंदिया चला भागा पिया / खड़ी बोली]]
* [[देन्णा होई जाया बें सेळी धरती / खड़ी बोली]]
</sort>
* [[तरसत जियरा हमार नैहर में (कजरी) / खड़ी बोली]]
*[[सेजिया पे लोटे काला नाग
/
(
कजरी पुरबिया
) / खड़ी बोली
]]
</sort>
अनिल जनविजय
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