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खड़ी बोली लोकगीत
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20:11, 19 अक्टूबर 2010
* [[बारह बरस पीछै (विरह -गीत) / खड़ी बोली]]
* [[अरे बरसन लागे बुंदिया चला भागा पिया / खड़ी बोली]]
* [[ तरसत जियरा हमार नैहर में / कजरी]]
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अनिल जनविजय
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