<td align=center valign=top style="background-color:#ffffff;">
<font size=2><b>
कोई मुझे बता दे, क्या आज हो रहा खूब पर्दा है,<br>मुंह को छिपा तिमिर कि चिलमन में क्यों तेज सो रहा है?छुपे बैठे हैं <br>दाता पुकार मेरीसाफ छिपते भी नहीं, संदीप्ति को जिला दे,<br>बुझती हुई शिखा को संजीवनी पिला दे।<br>सामने आते भी नहीं
</b></font>
कविता कोश में [[रामधारी सिंह "दिनकर"दाग़ देहलवी ]]
</td></tr></table>