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हाथ उठाए हैं मगर लब पे दुआ कोई नहीं / फ़राज़
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हाथ उठे हैं मगर लब पे दुआ कोई नहीं / फ़राज़ का नाम बदलकर हाथ उठाए हैं मगर लब पे दुआ कोई नहीं / फ़राज़ क
द्विजेन्द्र द्विज
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