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शनि मंदिर में / मनोज श्रीवास्तव
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10:50, 30 नवम्बर 2010
मतलब, इकलौते समानतावादी भगवान
विराजमान मिलेंगे यहां,
कडू तेल
की जलती
के जलते
दीया के आगे
सभी के दुखडे सुनते,
हरते बिवाई-पीर, बाई-बतास
Dr. Manoj Srivastav
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