सुधाकर जी का जन्म परिचय
भू o पू o कांकरोली नरेश गोस्वामी ब्रजभूषण लाल जी महाराज के सभा के प्रतिष्ठित पंडित एवं अध्यापक श्री गोपाल जी चतुर्वेदी के घर ७ अक्टूबर १९३० को डॉ शंकर लाल चतुर्वेदी ने जन्म लिया। माता श्रीमती गंगा देवी एक विदुषी, सुन्दर एवं भगवत भक्ति परायण नारी थीं।
सुधाकर जी की शिक्षा-दीक्षा
- डॉ चतुर्वेदी ने हिंदी और संस्कृत में एम. ए. परीक्षा उत्तीर्ण की
- 'गोस्वामी विट्ठल नाथ और उनका साहित्य शोध ग्रन्थ लिखकर आगरा विश्वविध्यालय से पी. एच.ड़ी. ( डॉक्टरेट) की उपाधि प्राप्त की
- साहित्य-रत्न एवं एल. टी. ट्रेनिंग कोर्स भी किया
सुधाकर जी का साहित्यिक क्षेत्र में योगदान
- हिंदी और संस्कृत भाषा में शताधिक आलोचनात्मक, निबंध, कहानी, नाटक, शोध ग्रन्थ, एवं काव्यों की रचना की
- ज्योतिष शास्त्र पर अच्छी पकड़ होने के कारण इस जटिल विषय पर भी कई उत्तम कृतियों को जन्म दिया
- अपनी पत्नी श्रीमती प्रभा के गोलोकवास के उपरांत उनको समर्पित प्रभा रामायण, प्रभा भागवत, आत्म प्रभा एवं स्नेह प्रभा जैसी कृतियों की रचना कर समाज को उत्तम साहित्य के कुछ प्रसून अर्पित किये
प्रकाशित पुस्तकें
आलोचनात्मक
- हिंदी साहित्य का संक्षिप्त इतिहास
- साहित्यालोचन
- चन्द्रगुप्त और प्रसाद
- साकेत और गुप्त
- भारतेन्दु और चन्द्रावली
- रत्नाकर और उद्धव शतक
- पद्मावली और चन्दनवरदाई
- सूर एक अध्यन
- महारानी दुर्गावती
- भारतीय संस्कृति का इतिहास
- बेसिक शिक्षा
- हिंदी भाषा
- भाषा विज्ञान
- संस्कृत व्याकरण
काव्य
- कश्मीर के प्रति
- दुर्गावतार
- प्रिया मिलन (काव्य नाटिका)
- प्रतिशोध
- संवरण
- इंदिरा शतक
- तपन तनय
- शिव-विवाह
- द्वारकानाथ चालीसा
- वारहाष्टक
- महारानी यमुना
- श्यामा सौन्दर्य
- प्रभा रामायण
- प्रभा भागवत
- गीता-ज्ञान-प्रभा
- प्रभा सत्यनारायण व्रत कथा
भारतीय संस्कृति
- विष्णु के पंचावतार
- संस्कृति सुधाकर भाग - १/ २/ ३
- पौराणिक कहानियां
- पौराणिक लघु कथा
- आर्यों का मूल देश
- आत्म प्रभा
- ज्योतिष सर्व संग्रह
अप्रकाशित पुस्तकें
- चक्रव्यूह
- पार्थ प्रण
- शांतनु सपूत
- समस्या सुधाकर
- जल समाधि
- नारद विवाह
- आर्यवृत्त
- चेतावनी
- अयोध्या
- गौरव गाथा
- स्नेह शतक
- ब्रजांगना
- मुरली माधुर्य
- प्रभा दोहावली
- स्नेह प्रभा
- विजय प्रभा