बहुत भारी हैं
बहुत शक्तिशाली हैं
सोई पड़ी चट्टानें
और भी शक्तिशाली है
प्रवहमान जल
इन चट्टानों को तोड़कर
धीरे-धीरे अपना रास्ता बनाता हुआ...
रचनाकाल : जून 1993, नई दिल्ली
बहुत भारी हैं
बहुत शक्तिशाली हैं
सोई पड़ी चट्टानें
और भी शक्तिशाली है
प्रवहमान जल
इन चट्टानों को तोड़कर
धीरे-धीरे अपना रास्ता बनाता हुआ...
रचनाकाल : जून 1993, नई दिल्ली