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शनिवार की ओर / यानिस रित्सोस

एक गहरी आवाज़ सुनाई दी और भी गहरी रात में।
फिर टैंक गुज़रे। भोर हुई।
तब आवाज़ फिर से सुनाई दी, थोड़ी धीमी, कुछ और दूर।
दीवार सफ़ेद थी। रोटी लाल थी। सीढ़ी
लगभग लंबाकार पुरानी सड़कबत्ती से सटी हुई थी।
बूढी औरत काले पत्थरों को एक-एक कर
जमा करती जाती थी काग़ज़ के एक थैले में।


अंग्रेज़ी से अनुवाद : मंगलेश डबराल