शालीनता सभतरि घटल छै
अश्लीलता आदति बनल छै
कठिनाह अनुशासित रहब बड़
उद्दंडता राखब सरल छै
मिथिलाक झंडा हाथमे धरि
हिय-माथमे मगही धँसल छै
सभ बेच रहलै मैथिलीकें
आ पेट एहिसँ भरि रहल छै
छै भेल शोणित पानि सनके
नहि लाज ककरोमे बचल छै
ककरा कहब आ के सुनत गप
कबिलाठ सभ अपने "नवल" छै