झींगुर की
आवाज़ के साथ
बढ़ जाता है विषाद
आधी रात
जागकर
सिसकती रहती है
शून्यता
मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार
झींगुर की
आवाज़ के साथ
बढ़ जाता है विषाद
आधी रात
जागकर
सिसकती रहती है
शून्यता
मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार