अमरूद से
आम पर
जा रही है गिलहरी
आते-जाते
गा रही है गिलहरी
इस किचकिच को संगीत
हाँ कह सकते हैं
भाव है इसमें
भावना है भय है
चिंता है स्नेह है लय है !
अमरूद से
आम पर
जा रही है गिलहरी
आते-जाते
गा रही है गिलहरी
इस किचकिच को संगीत
हाँ कह सकते हैं
भाव है इसमें
भावना है भय है
चिंता है स्नेह है लय है !