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सच की किताब / पुष्पिता

किताबों में
होते हैं शब्द
और शब्दों के पहाड़
प्रवाहित होता है
नदियों-सा अर्थ
जीवन के प्रश्नों की
तृप्ति के लिए।

किताबों में है विश्व
और विश्व के बाहर का
चमकता ब्रह्माण्ड।

किताबों में हैं
कहानियाँ
और कहानियों में हैं
आदमी के किताब
हो जाने का इतिहास।