Last modified on 4 जुलाई 2014, at 07:03

सत्तावन / प्रमोद कुमार शर्मा

जनम देवै जद सबद नैं
स्रिस्टि रो घणो जी-दो'रो हुवै।

पण बठै किस्यो होस्पिटल है
बठै तो जंगळ या नो'रो हुवै
ढांढा बिचाळै गीत गावै भाखा
जद जाय'र कोई छोरी
-कै छोरो हुवै।
स्रिस्टि रो घणो जी-दो'रो हुवै।