Last modified on 19 जुलाई 2011, at 12:56

सत्यानन्द निरुपम / परिचय

दिल्ली विश्वविद्यालय से ‘हिंदी साहित्य के इतिहास-लेखन की परंपरा और नलिन विलोचन शर्मा का इतिहास-दर्शन’ विषय पर एम.फिल. का लघु शोध कार्य पूरा करने के बाद कुछ दिनों तक एनसीईआरटी में बतौर जूनियर प्रोजेक्ट फेलो काम किया। मार्च 2009 में पेंगुइन-यात्रा से जुड़े। फिलहाल पेंगुइन बुक्स इंडिया में हिंदी संपादक के रूप में कार्यरत। वर्ष 2010 में लोकप्रिय बहस-श्रृंखला ‘बहसतलब’ के संयोजक रहे। वर्ष 2011 में इंडिया हैबिटैट सेंटर की कार्यक्रम सलाहकार समिति के सदस्य हैं।

पत्र-पत्रिकाओं में कई लेख और कविताएं प्रकाशित। 1996 में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, हैदराबाद में गोरखपुर के बाल श्रमिकों की स्थिति पर तैयार किये अपने अनुभव पत्र के लिये सम्मानित।

इन दिनों satyanand.nirupam@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।