वाह रे समदर
थारो अणमावतो पसराव
निजरां में नीं समावै
फाट जावै आंख्यां देखण आळै री।
कित्तो गुमेज करै है थूं
आपो-आपरै पसराव माथै
डुबोय नांखै गांव खेड़ा
अर गवाड़ सै कीं
जद चावै तद
कित्तो खारो है थूं !
वाह रे समदर
थारो अणमावतो पसराव
निजरां में नीं समावै
फाट जावै आंख्यां देखण आळै री।
कित्तो गुमेज करै है थूं
आपो-आपरै पसराव माथै
डुबोय नांखै गांव खेड़ा
अर गवाड़ सै कीं
जद चावै तद
कित्तो खारो है थूं !