समय
है मेरा मित्र
मेरा शत्रु
खाती हूँ मैं मधुर फल इसका
करती हूँ मैं सुरभिपान इसका ।
हर समय
हैं मेरा समय
विस्मय ।।
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित
समय
है मेरा मित्र
मेरा शत्रु
खाती हूँ मैं मधुर फल इसका
करती हूँ मैं सुरभिपान इसका ।
हर समय
हैं मेरा समय
विस्मय ।।
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित