न होता होगा
आभास
जन साधारण को
साल में दो बार आने वाले
इन सरकारी त्यौहारों का
तफरीह का दिन होता है यह
सरकारी अमले के लिए
उत्साह होता है
उन हाथों में जो फहराते हैं
झण्डे
खुश होते हैं
वे सिपाही
और बच्चे
जो शामिल कर लिए जाते हैं
परेड में
न होता होगा
आभास
जन साधारण को
साल में दो बार आने वाले
इन सरकारी त्यौहारों का
तफरीह का दिन होता है यह
सरकारी अमले के लिए
उत्साह होता है
उन हाथों में जो फहराते हैं
झण्डे
खुश होते हैं
वे सिपाही
और बच्चे
जो शामिल कर लिए जाते हैं
परेड में