तोहेॅ नै समझैबोॅ तेॅ हमरा के समझैतैं,
अंगिका हमरानी नै लिखबै तेॅ के लिखतै।
पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण मेॅ अंगिका रोॅ समराज छै,
नै जानौ राज्य कहिनेॅ नी बनलै, सरकार कहिनेॅ अनजान छै।
राज्य आरो देशोॅ विदेशौं मेॅ अंगिका बोलै छै,
लिखै पढ़ै आकि बोलै बतियाबै छै।
अंगिका हमरानी नै पढ़बै-लिखबै तेॅ के समझतैं
अंगिका पढ़ोॅ सिपाही शिक्षक बनॉे, राधे-राधे रोॅ फरमान छै।