Last modified on 10 जुलाई 2020, at 22:50

सवालो में तुम / अलका वर्मा

सांसों में तुम
ख्यालों में तुम
मेरे महबूब सवालों में तुम।

चांदनी में तुम
सितारों में तुम
मेरे सनम जबाबों में तुम।

फूलो में तुम
परागो में तुम
मेरे सनम खुशबू में तुम।

सागर में तुम
तरंगों में तुम
मेरे सनम सीपो में तुम।

रोम ‌रोम में तुम
धड़कन में तुम
मेरे सनम हर स्पनदन में तुम।

नैनो में तुम
दर्पण में तुम
मेरे सनम ख्यालों में तुम।

लेखनी में तुम
स्याही में तुम
मेरे सनम अक्षरों में तुम।