ऐसा कभी न हो कि अन्याय रास्ता तलाशे
तुम्हारे घर का और फैलाए परेशानियाँ
गर वो चुन ही ले तुम्हें शिकार के वास्ते
तो सहो उसे सब्र से और सीखो इन्तज़ार
सब्र करो धरती में छुपी खदान की तरह,
या फिर बन्दूक की नली में तैयार गोली कीतरह,
सहो दर्द पेड़ों की तरह जब वे काट गिराए जाते हैं,
पत्थर की तरह, जो सहता है हथौड़े की चोट ।
सहने की हिम्मत कहीं दोयम नहीं
युद्ध में प्रदर्शित हिम्मत से
सहनशीलता है
योद्धा का विश्वस्त हथियार
जब सारे हथियार
छीन लिए गए हों उससे ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सुधीर सक्सेना