मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
सांझे काली घर दीप लेसि लीअ हे
गोर लागि लीअ हे
कथी केर दीप कथीए सूत-बाती
कथी केर तेल जरय सारी राती
सोना केर दीप पाटक सूत-बाती
सरिसो केर तेल जरय सारी राती
जरय लागल दीप झमकऽ लागल बाती
खेलय लगली संझा मइया चारू पहर राती
साँझे काली घर दीप लेसि लीअ हे
गोर लागि लीअ हे