सागर का खारापन
और
नदियों का मीठापन
यही तो बताता है कि
दुनिया में
सबसे ज्यादा दुखड़ा रोया गया है
समन्दर के किनारे
और
सबसे ज्यादा प्रेम बरसा है
नदियों के तीर पर।
सागर का खारापन
और
नदियों का मीठापन
यही तो बताता है कि
दुनिया में
सबसे ज्यादा दुखड़ा रोया गया है
समन्दर के किनारे
और
सबसे ज्यादा प्रेम बरसा है
नदियों के तीर पर।