Last modified on 9 जुलाई 2017, at 17:18

सागै सारू / मदन गोपाल लढ़ा

सागै सारू
फगत दो मारग है।

पैलो
कै आप खाथा पगां
चाल'र नावड़ लेवो
आगै जावणियां नैं
का पछै
थावस सूं उडीको-
कै कदास
कोई लारै सूं
आय पूगै
आपरै सागै सारू।